यूपी: शिक्षिका के 17 साल के लड़के से थे संबंध, बदनामी के डर से नाबालिग ने की हत्या

अयोध्‍या में एक शिक्षिका की हत्या उसके ही 17 वर्षीय नाबालिग प्रेमी ने कर दी। शिक्ष‍िका प्रेमी पर रिश्‍ता बनाए रखने का दबाव बना रही थी। जबकि नाबालिग प्रेमी बदनामी के डर से रिश्‍ता तोड़ना चाहता था। दोनों के बीच बहस हुई जिसके बाद प्रेमी ने लोहे के नुकीले रॉड से गले में वार कर उसका कत्‍ल कर डाला।

पुलिस ने इस सनसनीखेज शिक्षिका हत्याकांड का खुलासा कर दिया है। हत्‍यारोपी नाबालि‍ग को गिरफ्तार कर लिया गया है। उसके पास से लूट के 25 हजार रूपये, भारी मात्रा में जेवरात, वारदात के वक्त पहना गया टी शर्ट, खरीदे गए कपडे़ व जूते बरामद कर लिए गए हैं।

अयोध्या कोतवाली क्षेत्र के बाईपास पर स्थित एक कॉलोनी निवासी शिक्षिका की एक जून को हत्या कर दी गई थी। हत्या के बाद पुलिस कई पहलुओं सहित वारदात से जुडे़ तथ्यों की पड़ताल करती रही। अयोध्या कोतवाली, कैंट थाना और स्वाट की संयुक्त टीम छानबीन करती रही। पुलिस उपमहानिरीक्षक अमरेन्द्र प्रसाद सिंह और एसएसपी शैलेश कुमार पाण्डेय ने रविवार को पुलिस लाइंस के सभागार में एक प्रेस कॉन्‍फ्रेन्‍स कर वारदात का खुलासा किया।

हत्‍या का नहीं मिल रहा था कोई सुराग

उन्होंने बताया कि वारदात के बाद परिजनों की ओर से किसी पर कोई शक नहीं था, इसलिए मुकदमा अज्ञात के खिलाफ दर्ज कर पड़ताल शुरू की गई। पुलिस की संयुक्त टीम ने सीसीटीवी खंगाला, छानबीन व पूछताछ की। पड़ताल के बाद एक 17 वर्षीय नाबालिग प्रकाश में आया। जिसके आधार पर उस अपचारी को महोबरा बाईपास के पास से पकड़ लिया गया।

नाबालिग के पास से ये मिला

उन्होंने बताया कि नाबालिग के पास से दो पाव जेब, एक कमरबंद, तीन पायल, 29 बिछिया, चार चेन, तीन अंगूठी, कान की बाली, टप्स, मांग टीका, नथिया सहित लूट का 25 हजार रूपया, वारदात में प्रयुक्त हथियार, पहना गया टी शर्ट, खरीदे गए जूते, शर्ट, पैंट और पायल बरामद की गई है। पत्रकारों से बातचीत के दौरान कई पुलिस अफसर, पुलिस कर्मी और शिक्षक समाज से जुडे़ लोग भी मौजूद रहे।

बदनामी के डर से उठाया था कदम

डीआईजी सिंह और एसएसपी पाण्डेय ने पत्रकारों को वारदात के खुलासे की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि पुलिस पूछताछ में नाबालिग ने अपने जुर्म को स्वीकार करते हुए बताया है कि शिक्षिका से उसका सम्पर्क वर्ष 2019 से था। बकौल पुलिस वह अक्सर मिलता रहता था। हालांकि उसे इस बात का डर था, उसके इस सम्पर्क को जानने के बाद समाज में लोग बुरा मानेंगे। इसलिए परेशान होकर वह सम्बंध तोड़ना चाहता था। यही वजह है कि वारदात के दिन भी वह मिलने गया था। उन्होंने बताया कि दोनों ने सोफे पर बैठकर बात की। जब वह जाने लगा तो शिक्षिका ने उसे रोका। ऐसे में दोनों की बहस हुई।

आखिरकार नाबालिग ने लोहे के नुकीले रॉड से गले में मारकर उसकी हत्या कर दी। डीआईजी ने बताया कि वारदात को मोड़ देने के लिए दूसरे कमरे में रखे हुए जेवरात व नकदी लेकर चला गया। पड़ताल में यह बात भी प्रकाश में आई कि वारदात के बाद से वह एक यात्रा पर भी गया था।

डीआईजी ने पुलिस टीम को दिया इनाम

वारदात के खुलासे पर डीआईजी अमरेन्द्र प्रसाद सिंह ने अपनी ओर से 50 हजार रूपए पुरस्कार की भी घोषणा की। टीम में अयोध्या कोतवाली के प्रभारी निरीक्षक अश्विनी कुमार पाण्डेय, स्वाट टीम प्रभारी अरशद खान, कैंट थानाध्यक्ष रतन कुमार शर्मा, स्वाट टीम/ सर्विलांस टीम उपनिरीक्षक मनोज शर्मा, अयोध्या कोतवाली के वरिष्ठ उपनिरीक्षक लल्लन यादव, उपनिरीक्षक धर्मेन्द्र कुमार मिश्र, राम प्रकाश मिश्र, हेड कांस्टेबल अजय सिंह, आरक्षी मंजीत, पंकज कुमार, अंकित राय, उत्सव सिंह, ओमप्रकाश, महिला आरक्षी सूमिदास और शोभा शामिल रहे।

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