पैरा एशियन गेम्स: हरियाणा के खिलाड़ियों का दमदार प्रदर्शन जारी…

पैरा एशियन गेम्स में भी हरियाणा के खिलाड़ियों का दमदार प्रदर्शन जारी है। मंगलवार को भारत ने कुल 17 पदक जीते थे जिनमें चार हरियाणा के हैं। इनमें फरीदाबाद के मनीष नरवाल, हिसार की एकता ध्याण व बहादुरगढ़ के योगेश व गोहाना के अशोक शामिल है।

बता दें कि पैरा गेम्स में भारत के कुल 303 एथलीट भाग ले रहे हैं। इनमें 28 खिलाड़ी अकेले हरियाणा से हैं। इन 28 में से 11 खिलाड़ी देश की झोली में पदक डाल चुके हैं। वहीं ओलपिक के लिए चल रहे क्वालीफाइंग राउंड में अंबाला के सरवजोत सिंह ने टिकट पक्का कर लिया है। वह ओलंपिक में भारत का नेतृत्व करेंगे।

योगेश कथुनिया ने पिता से किया वादा निभाया
बहादुरगढ़ के योगेश कथुनिया ने डिस्कस थ्रो की श्रेणी एफ-54, 55, 56 में रजत पदक जीता। उनके पिता ज्ञानचंद ने बताया कि चीन रवाना होने से पहले योगेश ने उनसे पदक लाने का वादा किया था। 2006 में योगेश के हाथ और पैर पैरालाइज हो गए थे। कुछ समय बाद हाथ कुछ ठीक हो गए। 2017 में दिल्ली यूनिवर्सिटी में पढ़ाई के दौरान दोस्त सचिन यादव के प्रोत्साहन से खेल की दुनिया में कदम रखा।

अशोक ने उठाया 192 किलो भजन
गांव गांव मिर्जापुर खेती के पावर लिफ्टर अशोक ने भी देश की झोली में कांस्य पदक डाला है। उन्होंने पैरा लिफ्टिंग में 65 किलोग्राम भार वर्ग में कुल 192 किलोग्राम वजन उठाकर पदक जीता। उन्होंने अपनी सफलता का श्रेय पैरा पावर लिफ्टिंग के मुख्य प्रशिक्षक जेपी सिंह के मार्गदर्शन को दिया है।

मनीष नरवाल ने जीता दूसरी बार कांस्य पदक
मनीष नरवाल ने 10 मीटर एयर पिस्टल व्यक्ति का स्पर्धा में लगातार दूसरी बार पदक जीता। इससे पहले उन्होंने वर्ष 2018 में स्वर्ण पदक जीता था, इसके साथ ही 2024 पैरा ओलंपिक के लिए जगह सुनिश्चित कर ली। मनीष ने 240 अंक में से 217.3 अंक लेकर कांस्य पदक जीता। मनीष के पिता दिलबाग नरवाल ने बताया कि शूटिंग महंगा खेल होने के कारण उन्होंने 65 लाख रुपए में घर बेचा और किराए के मकान में रहने लगे। इसके साथ नया मकान खरीद कर घर में ही 10 मीटर का रेंज भी बनवाया। मनीष से प्रेरित होकर उनका छोटा बेटा शिव नवल भी अंतरराष्ट्रीय शूटर बन गया। मनीष फुटबॉलर बनना चाहते थे, लेकिन दिव्यांगता के पास बावजूद पिता के सहयोग से शूटर बने। 2022 में खेल रत्न भी मिला था।

एकता भ्यान ने तोड़ा अपना ही रिकॉर्ड
हिसार की एकता भ्यान ने 21.66 मीटर क्लब थ्रो में कांस्य जीता। उन्होंने बर्ड चैंपियनशिप में अपना ही रिकॉर्ड तोड़ दिया है। कुछ महीने पहले फ्रांस में हुई वर्ल्ड चैंपियनशिप में एकता ने 17.96 मीटर क्लब फेंका था। एकता को सोमवार को डिस्कस थ्रो में हार का सामना करना पड़ा था, एकता ने एफ- 32 और 51 कैटेगरी में भाग लिया था।

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