यूआईटी आबू व तलहटी क्षेत्र में अवैध निर्माणकर्ताओं को पनाह देने वाला गिरोह सक्रिय! जाने पूरा मामला
यूआईटी आबू व तलहटी क्षेत्र में कई गिरोह सक्रिय हैं जो अवैध निर्माणकर्ताओं पर कार्रवाई नहीं करवाने का मानो ठेका लेता है। सूत्रों का दावा है फिर उनसे भारी भरकर राशि ऐंठने का काम भी यह गिरोह तो नही कर रहा….? बड़े बड़े नेताओं की धाक बताकर यह गिरोह जिम्मेदारो के सम्मुख बड़ी बड़ी डिंग हाँकने का कृत्य करता है..? जिम्मेदारो के सम्मुख अवैध निर्माणकर्ताओं की पैरवी करता है..? दरअसल यह हम नहीं कह रहे क्षेत्र के ही सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार उस गिरोह का कार्य भी यही है। क्षेत्र में दलाली करके अपना उल्लू सीधा करना। ऐसे में क्षेत्र के विभागीय जिम्मेदारो को ऐसे दलालों व गिरोह से सचेत रहने की सख्त आवश्यकता है। जो अपने स्वार्थ की रोटियां सेख रहें हैं।
साथ ही नेताओं की चमचागिरी करके उनके साथ घूमके उन नेताओ की आड़ में भी अपनी दुकान दारी चला रहे है। ऐसे में अब उन नेताओं को भी सजग रहने की आवश्यकता है। कई अब यह गिरोह अब उनकी नैय्या डूबो नही दे..! सूत्रों का दावा है गिरोह को पनाह देने के पीछे भी नेताओ का ही हाथ है, पर अब यह गिरोह उन नेताओं की ही जड़े काटने को आतुर है यानी उनकी नैय्या ही डूबा देगा, इतना बेफिक्र होकर दलाली कर रहा है यह सूत्रों का दावा है।
सूत्रों का दावा…! गिरोह की क्षेत्र में अवैध निर्माणकर्ताओं से आपसी साठगांठ व मिलीभगत की बू….!
यूआईटी आबू व तलहटी क्षेत्र में बिना किसी विभागीय स्वीकृति के अवैध निर्माण हो रहें, उसमे किसी की तो पनाह होगी ही बिना किसी के पनाह के बिना भला यह सम्भव भी कैसे हो सकता है बहुमंजिला इमारते खड़ी हो जाये..? जिससे अवैध निर्माणकर्ताओं के हौसले बुलंद हैं।
बिना किसी मिलीभगत के यह भला सम्भव भी कैसे हो सकता है…? अवैध निर्माणकर्ताओं से इस गिरोह की सीधी मिलीभगत है और साठगांठ..? जहा पर इस गिरोह की दाल नही गल पाती उसकी जिम्मेदारो को शिकायत करके उन पर कार्रवाई करवा देते हैं..? या यूह कहें जहां पर अवैध वसूली का अवसर नही मिलता..? उसकी यह गिरोह जिम्मेदारो को शिकायत करवा देते हैं या फिर किसी नेता के लेटरपेड पर शिकायत भिजवाकर अपना उल्लू सीधा करने का कृत्य करते हैं…? यह क्षेत्र में लम्बे समय से चल रहा है। क्षेत्र के लोग दबी आवाज से बाहर आकर जल्द इस गिरोह से जुड़े लोगों के विरुद्ध आवाज मुखर कर सकते हैं।
जिम्मेदारो को सचेत रहने की आवश्यकता कई यह गिरोह उनकी नैय्या न डुबो दे….?
यूआईटी आबू व तलहटी क्षेत्र में पनपे इस गिरोह से अब विभागीय जिम्मेदारो को सचेत रहने की आवश्यकता है। क्योंकि यह अपने निजी स्वार्थ के खातिर जिम्मेदारों से मीठी चुपड़ी बाते करके उनके आँखों मे भी धूल झांकने का काम कर रहा है। सवाल यह उठता है किसी अवैध निर्माणकर्ता की गिरोह द्वारा पैरवी करने के पीछे क्या राज…? किसी नेता के लेटर पेड़ पर अवैध निर्माण की शिकायत करने के पीछे क्या मंशा..? यह गिरोह शातिर इतना है कि खुद तो आगे आता नहीं कभी नेताओ को तो कभी अधिकारियों को ढाल बनाकर क्षेत्र में अपना उल्लू सीधा कर रहा है।
ऐसे गिरोह से नेताओ ओर जिम्मेदारो को सचेत रहने के की आवश्यकता है। नही तो एक दिन उनकी नैय्या भी डूब सकती है। अपनी चाल व मीठी बातों में उलाझकर यह गिरोह अपनी दलाली का खेल खेल रहा है। जल्द ऐसे लोगो को अगले अंक में बेनकाब करेगे…!