नए वैरिएंट ओमिक्रोन के खतरे को रोकने के लिए नए दिशानिर्देश,12 देशों से आने वाले यात्रियों को सात दिन के लिए रहना होगा क्वारंटाइन

कोरोना वायरस के नए वैरिएंट ओमिक्रोन के खतरे को रोकने के लिए केंद्र सरकार ने ब्रिटेन और दक्षिण अफ्रीका समेत अत्यधिक जोखिम वाले 12 देशों से आने वाले प्रत्येक यात्री के लिए सात दिन के होम क्वारंटाइन को अनिवार्य बना दिया है। इन देशों से आने वाले यात्रियों की हवाई अड्डे या प्रवेश स्थल पर आरटी-पीसीआर जांच कराई जाएगी। जांच रिपोर्ट आने तक उन्हें वहीं इंतजार करना होगा। निगेटिव रिपोर्ट आने पर भी सात दिन होम क्वारंटाइन रहना होगा। पाजिटिव आने वाले यात्रियों के नमूने को जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए इंसाकाग (प्रयोगशालाओं के समूह) भेजा जाएगा।

दुनिया में तेजी से फैल रहे ओमिक्रोन को भारत में आने से रोकने के लिए केंद्र सरकार ने विदेश से आने वाले यात्रियों के लिए नए दिशानिर्देश जारी किए हैं। ये दिशानिर्देश एक दिसंबर से लागू होंगे और अगले आदेश तक प्रभावी रहेंगे। साथ ही नभ, जल और थल किसी भी सीमा से देश में प्रवेश करने वाले लोगों पर लागू होंगे।

दिशानिर्देशों के मुताबिक सभी देश के लोगों को भारत आने से पहले आनलाइन एयर सुविधा पोर्टल पर अपनी पिछली 14 दिन यात्रा संबंधी विस्तृत जानकारी भरनी होगी। 72 घंटे के भीतर की निगेटिव कोरोना आरटी-पीसीआर जांच रिपोर्ट अपलोड करनी होगी। रिपोर्ट की सत्यता की पुष्टि करते हुए स्व-घोषित फार्म भरना होगा, जिसके गलत पाए जाने पर संबंधित व्यक्ति के खिलाफ आपराधिक कार्यवाही शुरू की जाएगी।

अत्यधिक जोखिम वाले देश

– ब्रिटेन समेत यूरोपीय संघ के देश

– दक्षिण अफ्रीका

– ब्राजील

– बांग्लादेश

– बोत्सवाना

– चीन

– मारीशस

– न्यूजीलैंड

– जिम्बाब्वे

– सिंगापुर,

– हांगकांग

– इजरायल

नए दिशानिर्देश- नेगेटिव रिपोर्ट

-निगेटिव आने पर भी सात दिन होम-क्वारंटाइन रहना होगा

– आठवें दिन फिर कोरोना जांच करानी होगी

– निगेटिव रिपोर्ट पर अगले सात दिन अपने स्वास्थ्य पर नजर रखनी होगी

दिशानिर्देश- पाजिटिव रिपोर्ट

– नमूने को जीनोमिक सीक्वेंसिंग के लिए भेजना होगा

– संक्रमित व्यक्ति का कोरोना प्रोटोकाल के मुताबिक इलाज होगा

– ओमिक्रोन संक्रमण की पुष्टि नहीं होने पर डाक्टर की सलाह पर छुट्टी

– ओमिक्रोन संक्रमण होने पर सख्त आइसोलेशन में रखा जाएगा

– निगेटिव जांच रिपोर्ट आने तक इलाज होगा

अन्य देशों के लिए दिशानिर्देश

– हवाईअड्डे पर रैंडम तरीके से पांच प्रतिशत यात्रियों की जांच की जाएगी

– निगेटिव जांच रिपोर्ट आने पर 14 दिन तक अपने स्वास्थ्य पर खुद नजर रखनी होगी

-पाजिटिव रिपोर्ट आने पर प्रोटोकाल के मुताबिक आइसोलेशन में रखकर इलाज

– संक्रमित व्यक्ति के नमूने को जीनोमिक सीक्वेंसिंग के लिए भेजना होगा

Related Articles

Back to top button
जानिये कितने खतरनाक हैं कबूतर। शतपावली: स्वस्थ रहने का एक आसान उपाय भारतीय मौसम की ALERT कलर कोडिंग In Uttar Pradesh Call in Emergency मधुमेह के साथ वजन बढ़ाने के उपाय