महाकुंभ 2025: काशी और अयोध्या में श्रद्धालुओं के लिए विशेष तैयारियां

प्रयागराज में आयोजित होने वाले महाकुंभ 2025 में भारी संख्या में श्रद्धालुओं के आगमन को ध्यान में रखते हुए प्रभु श्रीराम की नगरी अयोध्या में और बाबा भोलेनाथ की नगरी काशी (वाराणसी) में विशेष तैयारियां की जा रही हैं। पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री श्री जयवीर सिंह ने बताया कि काशी में 212 पेइंग गेस्ट हाउस के लाइसेंस जारी किए गए हैं, जिससे श्रद्धालुओं को ठहरने में सुविधा होगी।

अयोध्या में तीन स्थानों पर भव्य टेंट सिटी और आश्रय स्थलों का निर्माण लगभग पूरा हो चुका है। ग्राम जमथरा में 400 व्यक्तियों के ठहरने और खान-पान की सुविधा हेतु टेंट सिटी का निर्माण अंतिम चरण में है। फटिक शिला आश्रम (रामनाम आश्रम) की रिक्त भूमि पर 1,000 व्यक्तियों के लिए आश्रय स्थल और ग्राम माझा बरहरा में 2,000 व्यक्तियों के लिए आश्रय स्थल का निर्माण लगभग पूरा हो चुका है।

श्रद्धालुओं को महाकुंभ के साथ-साथ अन्य महत्वपूर्ण स्थलों की जानकारी देने के लिए रेलवे स्टेशनों, हवाई अड्डों और बस अड्डों पर पर्यटन सूचना केंद्र स्थापित किए गए हैं। इन केंद्रों पर सुबह 5-6 बजे से रात 11 बजे तक कर्मचारी उपस्थित रहेंगे, जो पर्यटकों को पुस्तिकाओं के माध्यम से महाकुंभ, प्रयागराज, अयोध्या, सोनभद्र, मीरजापुर, चंदौली और जौनपुर के धार्मिक, आध्यात्मिक और प्राकृतिक स्थलों की जानकारी प्रदान करेंगे।

इसके अतिरिक्त, विभिन्न हाइवे पर संकेतक (साइनएज) लगाए गए हैं, ताकि श्रद्धालु इन गंतव्यों तक आसानी से पहुंच सकें। उत्तर प्रदेश राज्य पर्यटन विकास निगम (यूपीएसटीडीसी) ने प्रयागराज-अयोध्या, प्रयागराज-वाराणसी और अन्य स्थलों के लिए नए टूर पैकेज तैयार किए हैं, जो पर्यटकों को आकर्षित करेंगे। इन पैकेजों की विस्तृत जानकारी और बुकिंग के लिए यूपीएसटीडीसी की आधिकारिक वेबसाइट www.upstdc.co.in पर जा सकते हैं।

पर्यटन मंत्री ने कहा कि उत्तर प्रदेश पर्यटन के क्षेत्र में तेजी से विकास कर रहा है। अयोध्या, काशी, प्रयागराज आदि तीर्थ स्थलों पर बड़ी संख्या में पर्यटक आते हैं, और उनकी सुविधा के लिए निरंतर प्रयास किए जा रहे हैं।

महाकुंभ 2025 का आयोजन 13 जनवरी से 26 फरवरी तक प्रयागराज में होगा, जिसमें करोड़ों श्रद्धालुओं के शामिल होने की उम्मीद है। प्रशासन ने मेले की तैयारियों को अंतिम रूप दे दिया है, जिसमें सुरक्षा के कड़े इंतजाम, स्वच्छता, चिकित्सा सुविधाएं और यातायात प्रबंधन शामिल हैं।

महाकुंभ के दौरान, काशी और अयोध्या में श्रद्धालुओं के ठहरने और सुविधाओं के लिए की गई इन विशेष तैयारियों से प्रदेश में पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा और आगंतुकों को एक यादगार अनुभव प्राप्त होगा।

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