महाकुंभ 2025: रेलवे और उत्तर प्रदेश सरकार की व्यापक तैयारियां, श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए बड़े कदम

प्रयागराज: महाकुंभ 2025 के सफल आयोजन के लिए उत्तर प्रदेश सरकार और रेलवे प्रशासन ने व्यापक स्तर पर तैयारी शुरू कर दी है। श्रद्धालुओं की भारी संख्या को देखते हुए प्रयागराज और इसके आसपास के नौ प्रमुख रेलवे स्टेशनों की सुविधाओं का विस्तार और नवीनीकरण किया जा रहा है। इनमें प्रयागराज जंक्शन, सूबेदारगंज जंक्शन, नैनी जंक्शन, छिवकी जंक्शन, रामबाग जंक्शन, झूंसी जंक्शन, फाफामऊ जंक्शन, प्रयाग जंक्शन, और प्रयागघाट जंक्शन शामिल हैं, जहां से विशेष मेला ट्रेनों का संचालन किया जाएगा।

मेला स्पेशल ट्रेनों की संख्या में वृद्धि

रेलवे ने महाकुंभ के दौरान भीड़ को देखते हुए 992 मेला स्पेशल ट्रेनों के संचालन की योजना बनाई है, जो 2019 के महाकुंभ के मुकाबले लगभग दोगुनी है। 2019 में 572 स्पेशल ट्रेनें चलाई गई थीं, जबकि 2025 में मौनी अमावस्या के अवसर पर 300 से अधिक विशेष ट्रेनों के संचालन की तैयारी है। इन ट्रेनों का संचालन उत्तर रेलवे, उत्तर मध्य रेलवे, और पूर्वोत्तर रेलवे द्वारा किया जाएगा, जिससे पूरे उत्तर प्रदेश और पड़ोसी राज्यों से श्रद्धालु आसानी से प्रयागराज पहुंच सकें।

उत्तर मध्य रेलवे दिल्ली, कानपुर, मुंबई, झांसी, सतना, बांदा और मानिकपुर मार्ग से ट्रेनों का संचालन करेगा। पूर्वोत्तर रेलवे के लिए बिहार, मुगलसराय, और वाराणसी मार्ग से रामबाग और झूंसी स्टेशन पर मेला स्पेशल ट्रेनें चलाई जाएंगी। उत्तर रेलवे के अंतर्गत गोरखपुर, फैजाबाद, लखनऊ और ऊंचाहार मार्ग पर फाफामऊ, प्रयाग, और प्रयागघाट स्टेशन पर विशेष ट्रेनें संचालित होंगी।

स्टेशनों की सुविधाओं में विस्तार

प्रयागराज के नौ प्रमुख स्टेशनों पर यात्री सुविधाओं में सुधार के लिए व्यापक विकास कार्य किए जा रहे हैं। प्रयागराज जंक्शन और सूबेदारगंज में यार्ड का नवीनीकरण हो रहा है, वहीं झूंसी और प्रयाग स्टेशनों पर नए प्लेटफार्म बनाए जा रहे हैं। इन स्टेशनों पर वाशिंग लाइनों का भी निर्माण और सुधार किया जा रहा है ताकि ट्रेनों की साफ-सफाई और रखरखाव में कोई दिक्कत न हो।

भीड़ प्रबंधन और आपातकालीन योजना

रेलवे प्रशासन ने भीड़ प्रबंधन और आपात स्थिति से निपटने के लिए छह विशेष योजनाएं बनाई हैं। इसके तहत 90 होल्डिंग एरिया चिन्हित किए गए हैं, जहां पर भीड़ बढ़ने की स्थिति में श्रद्धालुओं को नियंत्रित किया जाएगा। प्रयागराज जंक्शन पर एक विशेष नियंत्रण कक्ष भी स्थापित किया गया है, जिससे सभी रेलवे स्टेशनों और मेला क्षेत्र की गतिविधियों की निगरानी होगी। यह कक्ष ट्रेन संचालन, सुरक्षा व्यवस्थाओं और भीड़ प्रबंधन का समन्वय करेगा।

पैदल मार्ग और सुरक्षा व्यवस्था

महाकुंभ के दौरान रेलवे स्टेशन से मेला क्षेत्र तक पहुंचने के लिए श्रद्धालुओं के लिए वन-वे पैदल मार्ग की व्यवस्था की गई है, ताकि भीड़-भाड़ और अव्यवस्था से बचा जा सके। सुरक्षा व्यवस्था के तहत स्थानीय पुलिस, रेलवे पुलिस, और जिला प्रशासन समन्वय से काम करेंगे।

महत्वपूर्ण परियोजनाएं और योगी सरकार की निगरानी

महाकुंभ 2025 को सफल बनाने के लिए उत्तर प्रदेश सरकार तैयारियों पर बारीकी से नजर बनाए हुए है। रेलवे स्टेशनों के विस्तार और मेला क्षेत्र में यातायात को सुगम बनाने के लिए कई महत्वपूर्ण परियोजनाओं पर तेजी से काम किया जा रहा है। योगी सरकार का उद्देश्य है कि महाकुंभ के दौरान लाखों श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की असुविधा का सामना न करना पड़े।

महाकुंभ 2025 के लिए रेलवे प्रशासन और उत्तर प्रदेश सरकार की तैयारियां व्यापक और ठोस हैं। प्रयागराज के नौ प्रमुख रेलवे स्टेशनों का विस्तार, मेला स्पेशल ट्रेनों का संचालन, भीड़ प्रबंधन, आपातकालीन योजनाएं, और पैदल मार्ग की सुविधाएं सुनिश्चित करेंगी कि महाकुंभ में आने वाले श्रद्धालुओं की यात्रा सुगम और सुरक्षित हो।

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