बांग्लादेश में आम चुनाव से पहले हिंसा,जाने पूरा मामला

बांग्लादेश में आम चुनाव के लिए आज मतदान होना है। निर्वाचन आयोग ने सभी तैयारियां पूरी कर ली हैं। बांग्लादेश संसद की 300 सीटों के लिए मतदान सुबह आठ बजे शुरू होगा। नतीजे आठ जनवरी को आने की उम्मीद है। चुनाव से पहले शनिवार की रात उपद्रवियों ने कई मतदान केंद्रों को फूंक दिया। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, कुछ स्कूलों को भी जलाया गया है। ताजा हिंसा में किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है। वहीं, हिंसा को देखते हुए बड़ी संख्या में सुरक्षा बलों की तैनाती की गई है। साथ ही सुरक्षा एजेंसियों को भी हाई अलर्ट पर रखा गया है।

मुख्य विपक्षी दल बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी (बीएनपी) और उसके सहयोगियों ने चुनाव बहिष्कार का फैसला किया है। घर में नजरबंद पूर्व प्रधानमंत्री खालिदा जिया की पार्टी बीएनपी ने चुनाव से पहले 48 घंटे की राष्ट्रव्यापी हड़ताल का आह्वान किया है जो सोमवार सुबह छह बजे समाप्त होगी। बीएनपी के प्रवक्ता रूहुल कबीर रिजवी ने कहा कि हड़ताल का उद्देश्य शेख हसीना की सरकार का इस्तीफा, अंतरिम सरकार की स्थापना और राजनीति बंदियों की रिहाई की मांगों को लेकर दबाव बनाना है। विपक्ष का दावा है कि प्रधानमंत्री शेख हसीना के नेतृत्व वाली मौजूदा सरकार के रहते हुए देश में निष्पक्ष चुनाव नहीं हो सकता है।

चुनाव आयोग का इलेक्शन एप क्रैश
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, वोटिंग से पहले शनिवार शाम को बांग्लादेश चुनाव आयोग का चुनाव एप्लिकेशन ‘स्मार्ट इलेक्शन मैनेजमेंट बीडी’ क्रैश हो गया। एप काम करना बंद कर दिया है। चुनाव आयोग ने मतदाताओं के लिए मतदान केंद्रों सहित चुनाव संबंधी विवरण ढूंढने के लिए एप लॉन्च किया था। आयोग का कहना है कि यह अस्थाई समस्या है। जल्द ही इसे ठीक कर लिया जाएगा। आयोग के मुताबिक, क्षमता से अधिक यूजर्स के एप आने से यह समस्या हुई।

मतदान केंद्रों पर सुरक्षा व्यवस्था चुस्त-दुरुस्त
बांग्लादेश चुनाव आयोग का कहना है कि देश भर के सभी निर्वाचन क्षेत्रों में मतदान की तैयारी पूरी कर ली गई है। सुरक्षा व्यवस्था भी चुस्त-दुरुस्त है। हिंसा को ध्यान में रखते हुए मुख्य चुनाव आयुक्त (सीईसी) काजी हबीबुल अवल ने चेतावनी दी है कि अगर आम मतदान के दौरान कोई अनियमितता हुई तो चुनाव रद्द कर दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि मतदान में धांधली, प्रलोभन और उम्मीदवारों के पक्ष में बाहुबल के इस्तेमाल के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।

300 सीटों के लिए 1500 उम्मीदवार चुनाव मैदान में
मुख्य विपक्षी पार्टी बीएनपी के चुनाव का बहिष्कार करने के कारण सत्तारूढ़ अवामी लीग के खिलाफ मैदान में कोई बड़ा राजनीतिक प्रतिद्वंद्वी नहीं है। मुख्य मुकाबला अवामी लीग और निर्दलीय उम्मीदवारों के बीच है। संसद की 300 सीटों के लिए 1500 उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं। 42,000 से अधिक मतदान केंद्रों पर रविवार को होने वाले मतदान में कुल 11.96 करोड़ पंजीकृत मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे। इस बार आम चुनावों में कुल 27 राजनीतिक दल भाग ले रहे हैं, जिनमें तृणमूल बीएनपी, इस्लामी फ्रंट, कृष्ण श्रमिक जनता लीग और गण फोरम प्रमुख दल हैं। बांग्लादेश में होने वाले आम चुनाव पर भारत के तीन प्रतिनिधियों सहित 100 से अधिक अंतरराष्ट्रीय पर्यवेक्षक नजर रखेंगे।

हसीना का सत्ता में लौटना लगभग तय
बांग्लादेश के मुख्य विपक्षी दल (बीएनपी) की चुनाव में अनुपस्थिति के कारण प्रधानमंत्री शेख हसीना की लगातार चौथी जीत तय मानी जा रही है। हसीना भारत की महत्वपूर्ण सहयोगी हैं, इसलिए यह चुनाव भारत के लिए महत्व रखता है। यही वजह है कि भारत बांग्लादेश के चुनाव नतीजों पर नजर रख रहा है।

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